ऐतिहासिक जैन - काव्य संग्रह | Etihasik Jain Kavy Sangrah
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
23 MB
कुल पष्ठ :
698
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अगरचन्द्र नाहटा - Agarchandra Nahta
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)1১
दासज्ञी सेठ “न्याय व्याकरणतीथ” ने कर देनेकी कृपा की हे।
श्रीयुक्त मिश्रीलालजी पालरेचा महोदयसे भी हमें संशोधनमें पूर्ण सहा-
यता मिली हे । श्रीयुक्त मोहनलाल दलोचन्द देसाई 3..4.1..1 ..8.
( वकील हाईकोट, बम्बई ) ने भी समय समयपर सत्परामश द्वारा
सहायता पहुंचाई हं । इसी प्रकार कतिपय काव्य उ० सुखसागर-
जी, मुनिवर्य रन्लमुनिजी, लब्धिमुनिजी एवं ज्ेसलमेरवाले यतिवय
लक्ष्मीचन्दजीने ओर कतिपय चित्र-न्छाक दिल) नाहर,
साराभाई नवाब, मुनि पुण्यविजयजी आदिकी कृपासे সাল উহ ই,
एतदथ उन सभी, जिनके द्वारा यत्किब्बित भी सहायता मिली हो,
सहायक पूज्या व मित्रोंके चिर ऋतज्ञ हैं ।
निवेदक--
अगरचन्द नाहटा,
मंबरलाल नाहदा ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...