हमारा देश | Hamara Desh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
492
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भारतवर्ष की स्थितिःओऔर विस्तार ६
(40802211 ) चरर লিক্ষীন্বাই (1995) জীব मी, मारत
साम्राज्य में गिने जाते है यद्यपि यह् भारतवषे के अन्तरगत
नहीं हैं। लंका द्वीप सन् १८८० से ब्रिटिश साम्राज्य का एक
अंग है ( 070ए7/ (0००ए) और एक गबनर के
आधीन है ब्रह्मा का देश सन् १६३७ से भारतवर्ष से अलग कर
दिया गया है और यह भी अब एक अलग गवेनर के
आधीन है | इस विशाज्न विस्तार के कोरण पूवीं बह्मा ओर
पच्छिमी बिलोचिस्तान के स्थानीय समय ( 1.0५2] {17168 )
में 23 घन््टे का अन्तर रहता है & ओर उत्तर व दक्षिण की.
जलवायु में भी बड़ा अन्तर पड़ जाता है।
यह देश प्राकृतिक रूप से बड़ा सुरक्षित है। इसके तीन ओर
तो समुद्र का-राज्य हैऔर चोथी झोर .हिमालय अपने गगन-
चुम्बी शिखरों सहित खड़ा है मानों इश्वर ने प्रकृति देवी के
ऊपर इसकी रक्षा का भार सॉंप रक््खा है । उत्तर-पच्छिमी पहाड़ों
में खैघर और बोलन नामक दर्रे है । पुराने समय मेँ इन्दीं दर्यो के
द्वारा आक्रमण कारियों को इसके अन्दर आने का रास्ता मिला ।
अब इस समय में इन दर्यो के पास ऊँचो पहाड़ियों पर किले
बना दिये हैं और उनकी यथायोग्य रक्षा की जाती है जिससे कि
कोई दुश्मन उस तरफ़ से न आ सके । आने जाने के साधनों की
सुगमता के कारण संसार का कोई हिस्सा भी एक दूसरे से प्रथक
नहीं ख्याल किया जा सकता है इतनी बडी उन्नति हो जाने पर
88.भारतवर्ष इंगलिस्तान के पूरव में है. इसलिए इसका सध्यवर्ती
= < ५
৫ 5
निश्चित किया जाता है केवल कलकत्ते ঈ খালী 1,0८४] ) भरे
मध्यवतौ ८ 5६411031-0 ) दोनो समर्यो का भ्रयोगः हतां हे ।
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