सावण - फागण | Sawan- Fagan

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Sawan- Fagan by डॉ मदन केवलिया - Dr. Madan kevliya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हर किरण कर लियो अधियारां सूं करार अवै किण सूरज पर एतवार क्यं हर कलम ई विकमी उदं गाजर अव किणं वलाम पर হাহ न्न हर धरम बणग्यो राजगीति अठे मयं किण मसीहा पर एतवार करा. हर रिस्ता धामी चन्दर अबे किण दोत्दौ = হল লী हर भीतरी नीव खड़ी है थोद र्द अवं किण छत पर एतबार ज. हर पग লি রই বালী তো অধ হিদ আত লাগি ग्न से জীমাঁ पे क्रामी राद ननन अवे करिण अवाज पर दन्द नय ट्र बत हु्लोनयी पट है আলা कई হ্িহী न्न न चन्म উঠি प




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