सावण - फागण | Sawan- Fagan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : सावण - फागण  - Sawan- Fagan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about डॉ मदन केवलिया - Dr. Madan kevliya

Add Infomation AboutDr. Madan kevliya

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
हर किरण कर लियो अधियारां सूं करार अवै किण सूरज पर एतवार क्यं हर कलम ई विकमी उदं गाजर अव किणं वलाम पर হাহ न्न हर धरम बणग्यो राजगीति अठे मयं किण मसीहा पर एतवार करा. हर रिस्ता धामी चन्दर अबे किण दोत्दौ = হল লী हर भीतरी नीव खड़ी है थोद र्द अवं किण छत पर एतबार ज. हर पग লি রই বালী তো অধ হিদ আত লাগি ग्न से জীমাঁ पे क्रामी राद ननन अवे करिण अवाज पर दन्द नय ट्र बत हु्लोनयी पट है আলা कई হ্িহী न्न न चन्म উঠি प




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now