नीरज व्यक्तित्व और कृतित्व | Neeraj Viyaktatav Aur Krititav
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
445.93 MB
कुल पष्ठ :
146
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. सुधा सक्सेना - Dr. Sudha Saxena
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सब होते हुए भी श्राज के तयाकथित श्रालोचक उन्हें मात्र कवि सम्मेलनी कवि
कहकर उनसे उनका प्राप्य छीनने की कोशिश करते रहे हैं--श्राज भी कर
रहे हैं । लेकिन वह जन-मानस में गहरे से गहरे प्रवेश होते जा रहे हैं । उनके
प्रति जो इतनी धूल उछाली गई है उसका कारण केवल उनके दाब्दों में
यही है 2
पर यही श्रपराघ में हर बार करता हूं ।
श्रादमो हूँ श्रादमी से प्यार करता हूं ॥
तथा
दोषी है तो बस इतनी ही दोषी है मेरी तरुणाई ।
श्रपनी उमर 'घटा कर मेंने हर श्रांस् की उमर बढ़ाई ॥।
च्य
श्रौर कृतित्व
User Reviews
No Reviews | Add Yours...