समाज शास्त्र | Samaj Sastar

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : समाज शास्त्र  - Samaj Sastar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about एम. एस. त्रिवेदी - M.S. Trivedi

Add Infomation About. . M.S. Trivedi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
समाजशास्त--श्रथे एवं प्रकृति 11 लियोपाल्ड वॉन घिजे (1.6०५016 ४० शाट86) ने लिखा है ' कि “सासा- जिंक सम्बन्ध ही - समाजशास्त्र की. विषय-वस्तु के. एकमात्र. वास्तविक आ्राघार हैं जोज सीमल (06०86 की परिभाषा है--“समाजशास्त्र माववीय अन्त:सम्बन्धों के स्वरूपों का विज्ञान है ।”* ऑरनोल्ड एम. रोज (70016 9८. ०४८) के अनुसार “समाजशास्त्र मानव-सम्बन्धों का विज्ञान है ।”* मैक्स वेबर (वध ने अपनी कृतियों में परिभाषित किया है कि “'समाजशास्त्र प्रघानत: सामाजिक सम्वन्धों एवं कृत्यों का श्रध्ययन है ।”* उपयुक्त परिभाषाश्रों में समाजशास्त्र को किसी न किसी रूप में सामाजिक सम्बन्धों का विज्ञान वतलाया गया है । कुछ विद्वानों ने सामाजिक सम्बन्धों के विशिष्ट पहलुद्नों को श्राघार मानकर समाजशास्त्र - को परिभाषित किया है तो. कुछ ' विद्वानों ने सामाजिक सम्बन्धों के व्यापक क्षेत्र को समाजशास्त्र में सम्मिलित किया है । वस्तुतः सामाजिक सम्बन्धों के श्राघार पर ही समाज की नींव रखी जाती है । सम्पकं (0०180), संचार एवं श्रन्त:क्रिया : तथा पारस्परिक जागरूकता 2 के आधार पर विभिन्‍न व्यक्तियों में सम्बन्ध पनपते हैं श्रौर इन्हीं के श्राघार पर समाज का निर्माण होता है । इस प्रकार समाजशास्त्र का सम्बन्ध सामाजिक सम्वन्घों के वैज्ञानिक श्रध्ययन से है । 3. समाजशास्त्र क्रियाओं एवं अन्त:क्रियाओं का अध्ययन हैं-- (5००ं०1०४४ 15 घ6 0 0घं०05 समाजशास्त्रियों की तीसरी श्रेणी में उन विद्वानों को रखा जा सकता है जो समाजशास्त्र को क्रियाओं या सामाजिक क्रियाओं (80081 या झ्न्त: क्रियाओं के श्रध्ययन का विज्ञान मानते हैं । इस श्र री के प्रमुख समाजशास्त्रियों में मैक्स बेबर (85 फ/८७८), सोरिस जिन्सबर्ग (00175 गिलिन और गिलिन ((ं10 & (आपंण) तथा समकालीन समाज- शास्त्रियों में दालकट पारसन्स (18100 .?875005) को रखा जा सकता है । 1. शा मा5६ : 50000 & सि०्भघाएं : छिटटाएला; 0. 772 (९०6 प्रकट 50०लं010०8४ 0 (06०6 उपाए]; फू. 9 व, ०५०: उप 0 पएफाइए फ.3 धर (066 9४ 16 कफ उंड ए. 15 ः का की हर 2




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now