चुनाव पद्धतियां और जन-सत्ता | Chunav Paddhtiyan Aur Jan-Satta

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Chunav Paddhtiyan Aur Jan-Satta by विजय सिंह - Vijay Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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[ ११ ] इन तथा ऐसे ही विचारों से प्रेरित हो कर हमने इस पुस्तक धपु लिखने বি न ১. को लिखने का साहस किया है ओर यदि यह इस उद्देश्य की (| ७५ ডি प पूति सें कुछ भी सहायक सिद्ध हो, तां हम अपना श्रम सफल समभे । अन्त भे ह्म उन लेखकों और मित्रों का सादर आभार भ क পে ৬২৬ लिखे ৩ ৬২ সি मानते हैं, जिनके लिखे ग्रन्थों, सत्परामशे और प्रोत्साहन से इस ৯১ সে ৬৬ मिली है पुस्तक को लिखने में हमे सदद्‌ मिली है । इति- नोटः--इस पुस्तक मे जमनी की चुनाव पद्धतियों का जहाँ जहाँ उल्लेख है, वहाँ वह 'नाजीवाद” स्थापित होने के पूर्वं के (जर्मन विधानः के आधार पर है । आगरा १ जून १६३६ ३० विजयसिद्‌ पथिक




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