साहित्य प्रभाकर | Sahitiye Prabhakar
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
740
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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पूरव-पीठिका '
एक ही स्थान पर अनेक सुकवियों की ओर साथ ही विभिन्न
विषयों की भी चुनी हुईं रस-मयी सूक्तियाँ पढ़ने को म्रिल जाये
काव्य-संग्रह की इसीलिये काव्य-संग्रहों की आवश्यकता होती है।
आवश्यकता सेकड़ों खुकवियों के मूल-अ्न्थ क्रय करके पढ़ना
प्रत्येक व्यक्ति के लिये अलम्भव नहीं, तो कठिन अवश्य है। प्रत्येक
.. पुस्तकालय या सभा में सेकड़ों कवियों के सब काव्य-प्रन्थ मिल
सके यह भी सहज बात नहीं है। ऐसी अवस्था में, सैकड़ों कवि- '
कोविदं की चुनी हुई सर्वोत्क्ष्ट रचनाओं के रखास्वाद का सुगम
साधन, काव्य-संग्रहों को छोड़, दूधरा हो ही क्या सकता है।
उत्तमोत्तम भप्रकाशित रचनाएँ भी. संभ्रह-प्रन्थों ही में मिलती हैं।
हर तरह की रुचिवाढों के लिये जेसी चुनी हुई सरस कविताएँ
काव्य-सगरहो भं मिल सकती है बेसी उत्कृष्ट सूक्तियाँ अन्यत्र नहीं
, भि सकतीं] “भिन्नरचिहिं छोकः” को ही ध्यान में रखकर
विभिन्न विषयों की चित्ताकषक कविताओं का संग्रह काव्य- .
संमदो मेँ किया जाता है। जैसे रत्न-राजि में से पारखी द्व्य-र्
और बहुपूल्य म्रणियाँ चुन-चुनकर निकाल ठेते है, वसे ही
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