कृष्ण गोपाल ग्रंथमाला - भाग 5 (औषध गुण-धर्म विवेचन) | Kirshan Gopal Granthmala - Vol 5 (Aushadh -GunaDharam-vivechan)

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Kirshan Gopal Granthmala - Vol 5 (Aushadh -GunaDharam-vivechan) by कृष्ण गोपाल - Krishan Gopal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अनुक्रमणिका निषम पण विम्‌ पूर्ण তি ५ पबलाद्क धरौ ५७ मधुर रस ७ परियर्तेक औषध ४७ अम्ज रस १० स्पार्िक कलदशंक ण्ट लवण रख १५ | यौयं २७६ विक्त रस २१ | विपाक २७२ फट रस হব | সমান বদ कृपाय रस २६ | झौषघ गुण निर्णय १९० बडरत योग २८ | झौपप परिणाम २९२ हिताहितीय द्र॒ष्प ३२ घाचात्‌ परिषाम २९२ परस्पर बिरोषी द्रम ४ मौरिक परिणाम २६१ ष्ट शासायनिक्‌ परिणाम २९५ गुरु भावि गुण १९ भीषनीय परिणाम २९८ गुणोंकी म्पाफ्या ५५ परग्पयगठ परिणाम २९९ डाबय्री गुण विमाग ४५ | भ्यापि प्रविष्ार १०१ उपक प्रौपभ ४६ | चिकित्सा बिबान ইক ঘন गुणविषेचन (४९ ) प्रत्यार्बजननएर १६९ | (१३ ) ठदर कृमिष्त मिरेचन.. १४१ { १४ ) प्रनुलोमन ९१ एप *० 4०४० (८४ ) चमिभ्यन्दी रर्‌ 10612 (५५ ) गरचिनाशक লং (३१ ) डदरमातष्ण গুল ( ७४) ग्रश्तांदक (शामक ) २० (१, 1 । फ লে সর १५८ সি ৮2 পি (४८ ) भातंवबनन १३६६ | (8৯) কূল রি 1200082870৩ 4 प्रनिएत्पप्रधट (१००) उप्रठासापक , २९६ | ( ६ ) কচ হীদল ७९ ( ५५.) उत्तेजक হচ্ছে | 0২০) দস লই (३२ ) डदर মিল श्श्८ ए९6 ०८०१8 £000910000655 ( ९ ) $फशामकर ४६




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