नया नियम टीका | New Testament ( Naya Niyam Tika )

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : नया नियम टीका  - New Testament ( Naya Niyam Tika )

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

एम. आर. रोबिनसन - M. R. Robinson

No Information available about एम. आर. रोबिनसन - M. R. Robinson

Add Infomation AboutM. R. Robinson

एस. सी. दिल्लु - S. C. Dillu

No Information available about एस. सी. दिल्लु - S. C. Dillu

Add Infomation AboutS. C. Dillu

डॉ. सी. डब्लू. डेविड - Dr. C. W. David

No Information available about डॉ. सी. डब्लू. डेविड - Dr. C. W. David

Add Infomation About. Dr. C. W. David

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
सलीम (ढ़) यीशु का रूपांतर १७: १-१३ (मर. €: २-१३) हे . (त) .अशुद्ध आत्मा-ग्रसित बालक को स्वस्थ करना, मृत्यु की दूसरी भविष्यवाणी १७: १४-२३ (सर. 1 १४-३२) प्र (थ) मंदिर के कर का भुगतान १७ : २४-२७ (२) प्रवचन १८: १०३४. (के) विनस्रता की शिक्षा, ठोकर खिलाने का पाप, भटकी हुई भेड़ १८ वन (सर €.:. देरे-डे७; १०: १४; €: ४२-४७; लू. १७ पृ; १ देन७) (ख) अपराधियों के प्रति व्यवहार १८ : १४-२० (लू. १७८ ३) (ग) अक्षसाशील दास का दृष्टांत १८ ८. २१-३४ २. पांचवां भाग १६: पर : थे दर (१) बुत्तांत तथा बाद-बिवाद १९ : १-२३: ३े€ (क) विवाह-विच्छेद के संबंध में शिक्षा १४ : १-१२ (सर. १०: १-१२) (ख) बालकों को आशीर्वाद &: १३-१४५ (सर. १०८: १३-१६) (ग) धनवान . युवक, धन आर शाश्वत जीवन १४ : १६-३० (सर. १७-द१; लू. रस : ८-०) (घ) दाख उद्यान के श्रमिक २० : १-१६ (च) यीशु की मृत्यु की तीसरी भविष्यवाणी २० : १७-१६. (सर १०६ न (छ) यीशु और जबदी के पुत्र, यथाथे बड़प्पन २० : २०-२८. (सर, व (ज) दो को दृष्टिदान २०: २४-३४. (मर, १०: ४६-४२) _ (झ) यरूशलेम में यीशु का प्रवेश २१: १-११ (सर. ११ : १-११ हु) यीशु मंदिर में २१: पूर-१७ (सर ११८ १४-१७; ११६ पथ उ) ठ)' फल-रहित श्रंजीर का वृक्ष २१ : १८-२२ (सर ११८ १२०१४; २०-२४) ः '(ड) यीणु के अधिकार का प्रश्न, दो पुत्ों का दृष्टांत २१ : २३-३२ न (सर. ११८ २७-३३; लू. ७८: २६, ३०) (इ) दाख के उद्यान का दुष्दांत २१ : दे (सर १९८१-१९) ८ (ते) विवाह-भोज का दृष्टांत २२: १-१४ (लू. १४: १५-२४) रू को कर देने का प्रश्न २२ : १५-२९ (सर. १२८ १३०१७) . (द) -पुनरुत्थान के संबंध में एक प्रश्त २३ : २३-३३ (सर. १९८ १८० २७) रन ं (ध) प्रमुख आज्ञा २२: ३४-४० (सर. १२ : २८-३१) (न) दाऊद-पुत्र खिस्त २९: (सर. १९८ रे५-३७)




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now