महासती - रुक्मिणी | Mahasati Rukmani

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Mahasati Rukmani by कल्याण ऋषी - Kalyan Rishiशान्त प्रकाश - Shant Prakash

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शान्त प्रकाश - Shant Prakash

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( १३ ) . संसार के जीवों. को अनित्यता का पाठ पढ़ाने के लिए यह बालक थाठ वर्ष की छोटी अवस्था में शके १८८० द्वि° १४८४४. शुक्रवार को सहसा इस दुनिया से 'चलदसा इसके माता-पिता पर शोक का पहाड़ हट पड़ा 1 किन्तु भवितब्धता पर किसका जोर चल सकता है। केषल संत समागम ओर सात्विक साहित्य ही ऐसे प्रसंग पर. शान्ति के अवलम्बन हुआ फरते हैं। अतएवं इस बालक फी स्मृति को बनाये रखने हेतु श्रीमाच्‌ नेमिचंद्जी सा०पारख ने भी अमोल जन ज्ञानालय, धूलिया द्वारा प्रकाशित इंस पुस्तक के प्रकाशन में रु. २०१) की उदार सहायता प्रदान को है । एवदथ में ज्ञानालय की ओर से आपका हादिंक आभार प्रकट करता हूँ। गली नं, | - कन्हैयालाल दाजेड धूलिया অল্পী, भ्रीं अमोलछ- नेत्र जज्ञानाकम




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