श्रवणबेलगोल | Shravanbelgol

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Shravanbelgol by प्रो. बी. रामचन्द्र राव - Prof. B. Ramchandra Rao

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्रवणबेठगोल || भूमिका श्रवणवेन्छगोठ १२५१. उत्तरी अक्षां ओर ७६ २९८ पूर्वी रेसांश पर खित हे । मैसूर राज्य के हासन जिले में चन्नराय- पटण एक॒ ताल्टुका है | श्रवणबेलगोलछ वहाँ से दक्षिण-पूर्व में आठ मील की दूरी पर है। विशाल मैदान में, ऊँचाई में एक दूसरे से होड़ करते हुए, दो पथरीले पहाड़ अपना सिर ऊँचा किये खड़े हैं। इनकी घाटी में एक सुंदर गाँव बसा हुआ है। यही श्रवणबेठ्गोठू है। “इस प्रकार की ऐतिहासिक महत्ता एवं प्राकृतिक रमणीयता का सुखद संगम इस सुंदर मैसूर राज्य भर में अम्यत्र शायद ही देखने को मिले | রন্তু से अ्रव्बेव्गोठ़ ९९ मीरू की दूरी पर है। हासन ओर मैसूर से मी श्रवणवेदमोकर तक वसं बराबर जाती हैं। इस गाँव का फ़ासला हासन से ३१ मील और मैसूर से ६२ मील है ¦! जिला-बोड की सड़कें होडेनरसीपुर, तिप्टूर, अरसीकेरे और पांडबपुर स्टेशनों से श्रवणवेट्गोढ तक जाती हैं । श्रवणबेल- मोक इन स्टेशनों से क्रमशः २२ मील, ४० मीर, ४२ मीर ओर ৪৫ मील दूर हे। श्रवणबेव्गो८छ जानेबाली ये सब सड़कें चेन्नरायपट्टण से (1) स्थान ओर मामं




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