भ्रमरगीत काव्य और उसकी परम्परा | Bhramargeet Kavya Aur Uski Parampara
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
79 MB
कुल पष्ठ :
612
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषय-सूची
এল अध्याय
विषय प्रवेश
१--भ्रमरगीत का अभिप्राय
२--श्रमरगीत की आधारभूत कथा
३--हि नदी श्रमरगीत काव्य का महत्त्व
४--प्रस्तुत विषय से संबद्ध आलोचनात्मऋ साहित्य ओर
उसकी परीक्षा
द्वितीय अ्रध्याय
अभ्रमरगीत काव्य का आधार
१--प्र्ठभूमि |
२ भ्रमरगीत का मूलाथ
३-अमरगीत का वर्गीकरण
४--अमरगीत का मुल रूप
--प्रारम्भ
६- संस्छृत-भागवत
७--विद्यापत्ति
तृतीय श्रध्याय
हिन्दी काव्य मं ्रमरगीत परम्परा का क्रमिक
विकास एवं उपलब्ध सामग्री
चतुथ श्रध्याय
भ्रमरगीतत की धार्मिक एवं दाशेनिक प्रष्ठमूमि
डष्ठ
१-१५
০৬ ७० ७४
£৩-৬জ
१६
२१
श्र
३३
२४
४३
४६-६८
६७-१३३
प्रथम खंड-- भारतीय उपासना पद्धति का विकास एवं ब्रह्म स्वरूप
१- वेदों का बहु देववाद
२--उपनिषद् का ब्रह्म वाद
३--गीता का नत्रह्मस्वरूप
६६.
१००
१०१
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