त्वक् रोग निदान चिकत्सा | Tvak Rog Nidan Chikitsa

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Tvak Rog Nidan Chikitsa by Shri Vaidya Kirit B. Pandaya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हवा साला लिवदानास्िषकिस्तना त्वग्द दाद वा गाधवी जिन छन्धारिया एस ही. अयुन र४४४ विस्फोटक देच गी० एस० गंशुमान एप पी. ए . 9४७ सुहापे की जड़ कैछे काठटेगे.. वद्य फफरद्दीन वी० कपासी दी. ए. एम एस. २४९... त्वदा फन्सर-- निदान एवं छिकित्सा चढ़ा च्यत कुमार घ्रिपठी २४% स्विधों का धिशेष त्वचा रोगन-घात धब्बे वैद्य अशोक भाई तलाडिया भारद्वाज माय ०्माव॑ण्ड २४५८ एवचा नवुद - गायुवेदीय विवेनद एवं उपदार .... छाचायं हरिदत्लभ भननूलाल द्िवेदी सिलाकारी २६० घण शोध चेद्चा ममता सोध्ती वी. ए. एम. 0ए २६३ योनि कण्सू-निधान एवं चिदित्सा बचा छीमती सन्तोप देवी फौशल वेद्या श्रीमती सुधा एर्मा वी ए. एम एस एम. डी. २६७ शीत्तपित्त--प्राकतिक योग चिकित्सा डा० नागिन्द्रकुमार नीरज. २६६ घोषि कण्डू चया श्रीमती दर्शना डो० दल एम. डी. सायु० २७६ एपिजमा उठा भंजु नीरज न डा० चागेन्वुसार वीरज ७७१ एफ हवकू रोग के सन्दर्भ में ५०० रुग्णों के भनोर्दास्थ्य एवं सामाजिक मुख्माउुत चेद किरीट वी० पण्दूया डी. एस. ए सौ. विशेष सम्पादक रद४ ह्वक रोगों का सामान्य चिकित्सा उपक्रम ढाग कृष्णमुरारी मग्रदाल एम डो. आयु ० डा० मोहनलाव जायद्दाल एस. डी जायु० २८७ त्वक रोग निदान चिकित्सा ० वेद्य चेद प्रकाश विवारी २४३ त्वच्ू रोगों मेँ पथ्यापथ्य दी प्रान बी० के भेहुदा डिमोनरट्रेंटर २४३ स्वक्‌ू रोगों मे क्ायुवेंद गोपचि डा ० महेन्द्रदुमार पी० नाफड़े गायुरवेदाचाय २४४ हवन रोग निवारक योग चैथ चन्द्रशेसद व्यास जायु० विशारद रद ह्वक्‌ रोगों पर सुष्टिक योग गाचा वेदव्रत शास्त्री १०० परम रक्तशोधफ--रसमाणिवय बंध भानुप्रताप भार० मिथ थी. एस. ए. एम ३०२ दिमोविलन ्‌ चेथ गशोक भाई ठ्लाविया भारद्वाज थी. एस. ए. एम ३०६ जारोग्यवधिनी वेद्च शान्ताशग पस्तुरे जाएव्रत्न ३०७ धारोग्यवधिती रस. / 7 डा० एस० ढी० गुप्ता थी. ए. एम एस. ३० त्वचा रोगों में गुर्गुलु एवं गृर्गुलु सिद्चितत योग दद्यराज डा० रघवीर सिंह ए्ाइची पी-एच. डी. ३११ _ सभी प्रकार के कुषठों में योमूभ का फासु फत्बू डा० राजिएवरी के० श्रिवेदी बी. ए. एम. एस. ३१४ फैसौर गुग्गुलु कर -वच्च कनक राय एम० दल ४१६ एवेत बुष्ठ में उपयोगी वनस्पत्तियां बच मीहर सिंह ब्ययें हाय ० बूंह० ३१७ नियु ण्डी ५10०४ ऐर८हण06० बेच कल्डैयालाल गुप्ता ३१५८ _ काम रटनमू तन्बमू में भायूवंद द्वारा सौन्दयं करण डा० कमलप्रकाश बवाल १५० ह्वज रोग चिकित्सा श्रीमती गार्गी शर्मा ३९४ सौग्दर्ड धिविरसा भ्रो० सूलराज ज़े० चेैदा डी. एस. ए..सी. द९४ - धोन्दयें चिकित्सा मी ढा० श्रीमती लीना भार० शाह रीडर ३९६ - रचा सोन्दयंवघ्नक घयोग _ राजवेध फवि० हुरिवल्डश मे हिवेदी सिलाकारी ३३७ त्वचा सौन्द्रयंदघंक योग घौर मेरे अनुभद बच्चा थपरण लवांगियो ३९८




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