जन्म और जीवन | Janm Or Jivan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
240
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सच्चा जीवन आत्मोन्नति का साधन
পাপা পা পা শা পা শাসন পাপা পা পপ ~~~ नी लतचिजीजीजी नी नी শর পর্ণ পর পাপ পপ শী পাপী পাপা ने
सच्चा' जीवन और ऊंचा लक्ष्य ही आत्मोन्नति का एकमात्र
साधन है । मनुष्य का लक्ष्य हो ऊंचा और नियत साफ हो तो
फिर आत्म-प्राप्ति मे कोई रुकावट खड़ी नही हो सकती । मनुष्य
का लक्ष्य तो है ऊंचा किन्तु नीयत साफ नहीं, न साधन ही ठीक
है, तो लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होगी । उदाहरण के लिये, मनुष्य
का लक्ष्य हो करोडपति बनने का, किन्तु वह बेच रहा है वाजार
में भूने हुए चने, तो वह करोडपति का लक्ष्य रखते हुए भी साधन-
हीन होने के कारण करोडपति नही वनं सकता । उसे करोडपति
वनने के ल्एि समयान्क्ल उच्च साधन अपनाने होगे । एक
मनुष्य का साधन तो है उत्तम, परन्तु उसका लक्ष्य कुछ नही, तो
वह भी लक्ष्य की प्राप्ति नही कर पाता । हरिद्वार में मुझे एक
सुन्दर व स्वस्थ किशोर मिला, जिसे गीता कंठस्थ थी | वह
एलोकों का बहुत ही शुद्ध उच्चारण करता हुआ गीता-पाठ कर
रहा था ।
साधन विता साध्य केसा?
मेने उससे पूछा कि यह सव पढकर तुम क्या करोगे ?
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