बाणभद्र का साहित्यिक अनुशीलन | A Literary Study Of Bana Bhatta
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
65 MB
कुल पष्ठ :
549
श्रेणी :
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अमरनाथ पाण्डेय - Amarnath Pandey
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लक्ष्मीकान्त दीक्षित - Lakshmikant Dixit
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)4८
चण्ड्डीशतक के टीका का
न श ध
चण्डीशतक की चार टीकाओं का उल्लेंश मिलता है ~ (६) धनेश्वर
कृत, (२) नागा जिमटूट-कृत, (३) भास्क्राय-कृत तथा (४) लेखक का नाम
अज्ञात |
पं० बुगा प्रताद तथा काशीनाथ पूब ने 5 क्म के चतुर्थ गुच्छ
में प्रश्ाशिति चण्डीश्तक কী তরি के लिए दो टीकाओं का उपयोग क्वि
हे - (१) सोपेश्वगघुतु धनेश्वर -कूत क्था (२) ठेव का नाम अज्ञात ।
४- मुकुटता हिलक
চাচি বি জি নী এরা বার আচ পড় षे
नहचब्पु की चण्डपाला -कृत व्याल्या से ज्ञात होता है कि बाण ने
मुकुटता डितक नाटक की रचना की धी, । चण्डपाछठ ने जपनी व्याख्या में
इसका रकं श्लोक भौ उद्धृत किया हे ।
+ ४
भोज-कृत शुंगा रप्रकाश मेँ भौ इसका उद्धाण प्राप्त होता हे ।
इस नारक के सम्बन्ध में अमो तक अन्यत्र कोई তত লহ 'भिला'
हे ।
९ है. हऊई अपराध 8 21 87 $ 8388035 0৫018853682 9522৮ &
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२० का व्यमाठा', चतुर्ध गुल्छक, चण्डीशतक, पु० १ (पाव-टिप्पणी) ।
३० यदाह मुकुटता हितक़नाटके बाण: «» जाशा: চীশস্দিরতিপ্পনা इव
गुहा : प्रध्वस्तस्िंहशा इव डोण्य: कृठमहाओुमा' इव ঘুষ : ঢাঁত্ঘাল৫
इव ¦ विप्राणय : दायकाहरिक्तसकलमेकों कयकृष्टो' वशी जाता :
चातिण महार॒था' : कुछ पतेदेवस्य शृन््या : सभा : ।।
महावभ्पु, चण्हपाछ-कृत टीका, उ9 ६, पु७ হই ।
४ बधा प ताकत भीम
খরা : ছাজ্খা भातरा उस्थमस्ता वति रक्त स्वाधु दुश्छादमस्म ।
केशव न्कातिश्ला : + रेक; आत्वस्यो तमह : ||
বশ अभे)
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