मिलिन्द - प्रश्न | Milind Prashn

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Milind Prashn by भिक्षु जगदीश काश्यप - Bhikshu Jagdish Kashyap

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(5.3 विषय पष्ट १३-- बिना संक्रमण हए पुनर्जन्म होता ह दे मबर ८८ १४-परमार्थ में कोई ज्ञाता नहीं है गा সারা ८९ १५-- पुनर्जन्म के विषय में मतः, वनेः (क, = ६-६ ८६ १६- क्मं-फल के विषयमे ... ५ ^ .. ६० १७ -जन्म लेने का ज्ञान होना .... .... ६ ९१ १८--निर्वाण के वाद व्यक्तित्व का सर्वंधा लोप हो ज्ञाता हूँ ६१ दूसरा वग संम १६--हम रोगो काशंरीर एक बड़ा फोड़ा है. .... .... ६२ २० -- भगवान्‌ वृद्ध सर्वज्ञ थे ১১১ -- ~ ,, ६३ २१- बुद्ध में महापुरुषों के ३३२ लक्षण ... ५ ৯৯৭ ६ २२- भगवान्‌ बुद्ध का ब्रह्मचर्य ... --- -- --- ६४ २३- वृद्ध की उपसम्पदा ठ मल টি ६५ २४--गर्म और रण्डे अन्नू ष 4 अ ९६६ २५ হাজী ओर विरागी .मे भेद ... না दा = 1 ६६ र~ अता क रदति ह. ~ ৮. ২৮ ৯ ৪ ६९६ २७-संसार वया है. ... ... ६... ~ ~. &७ ২৫ - स्मृति से स्मरण होता हैं ... .-- ০০০, নী ६७ २६ - स्मृत्ति की उत्पत्ति হর .. ঈদ ` ৮০ ६८ तीसरा वर्ग समाप्त ३०--सोलह भकारो से स्मृति की उत्पत्ति ई 8 ६८ ३१--मृत्यु के समय बुद्ध के स्मरण करने मात्र से दे वत्व-लाम ॐ = हैह#




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