समवाय - सुत्त | Samavaya Sunt

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Samavaya Sunt by चन्द्रप्रभसागर - Chandraprabhasagar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चोवत्तरिमों समवाझो /चोहत्तरवा समवाय प्रग्निभृति की आयु, सीतोदा तथा सीता महानदी, नरकावास । पण्णतरिमो समवापो /पचहत्तरवा समवाय सुविधि के केवली, शीतल और शान्तिनाथ का ग्रहवास | छावत्तरिमो समवाग्रो / छिंहत्तरवा समवाय विद्युत्कुमार श्रादि भवनपतियों के आवास । सत्ततरिमो समवाग्रो / सतहत्तरवा समवाय भरत चक्रवर्ती, श्रगवश के राजाग्रो की प्रब्रज्या, गदंतोय तुषित लोकान्तिको का परिवार, मृहूत्तं-परिमाण । श्रहुसत्तरिमो समवा /प्रठ्तरवा समवाय वैश्रमण लोकपाल, स्थविर श्रकपित, सूर्य-सचारसे दिनरात्रि के विकास-ह्वास का नियम | एग्रूणासीइसो समवाझो /उन्यासिवा समवाय रत्नप्रभा पृथ्वी से वलयामुख पाताल तथा श्रन्य पातालो का श्रन्तर, ভতী पृथ्वी और घनोदधि का अन्तर, जम्बूद्वीप के एक द्वार से दूसरे द्वार का अन्तर । अ्रसोइइमो समवाधो /श्रस्सिवा समवाय श्रेयास, त्रिपृष्ठ, श्रचल की अवगाहना, त्रिपृष्ठ वासुदेव का राजकाल, अपू-बहुल काण्ड की मोटाई, ईशानेन्द्र के सामानिक देव, जम्बूह्वीप मे प्रथम मण्डल मे सूर्योदय । एक्कासोइदमो समवाश्रो / इक्यासिवा समवाय भिक्षुप्रतिमा, कुन्थु जिन के মল पयंवज्ञानी, व्यास्याप्रज्ञप्ति के महायुग्मशत । वासीतिदमो समवाश्रो /बयास्तिवा समवाय सूर्य -सचार, महावीर का गर्भापहरण, महाहिमवन्त एवं रुक्मि पंत के सौगधिक काण्ड का अन्तर । तेयासिहइमो समवाश्ो/तिरासियां समवाय महावीर का गर्भापहार, शीतल जिन के गण झौर गणधर, मछितपुत्र का आयुष्य, ऋषभ का ग्रहवासकाल, भरत राजा का गृहस्थकाल । चउरासिहइमो समवाझो /चौरासिवा समवाय नरकावास, ऋषभ, भरत, बाहुबली, ब्ाह्मी, सुन्दरी, श्रेयास की आयु, १७ १७२ १७३ १७४ १७५ १७६ १७७ १७८ १६६ १८६१




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