मध्ययुग के भक्तिकाव्य मे माया | madhyayug ke bhaktikavya mein maaya

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madhyayug ke bhaktikavya mein  maaya by डॉ. नन्दकिशोर तिवारी - Dr. Nandkishore Tiwari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(५) -बाद की पूर्णता माया के द्वारा हो मनुज के मनुजर्व और बहा के बहाल ঘা क अद्भुत गस्मिश्रण । হরর १७३-२४६ तिर्गुस-काव्य धारा के प्रमुख कवि और उनके माया-सवधी विचार নিশা कायधारा के प्रमुख कवि और उनके साया सम्वधी विचार विगुण काव्यधारा-सोमा विशेषताएँ-स ता का सर्वकालिक मादशरहिदौ खत साहित्य क्वोर और रामान द-कवीर के लानमार्गी विसार सते काल्यः की माया भावना प्रयुल सत आचाय সুবল ক अनुसार डा० बसा का विचार डा० द्विवेदी-ढा० जिगुणायत-प परशुराम अतुबेदी पश्रृति विचारका के आलाच्य कवि-क्बीर से ही निगुण-मार्ग का विकास कबीर क माया सम्बधी विचार रमेन। और शाद माया की उत्पत्तिक्वीर परचिया क॑ विचार मापा का धरमह्प सदसत्‌ दाना रूपा में प्रतिभासित वबोर का मायारुयान सास्य का पढुति व समशील-माया को स्वभाव-माहने तथा नाक्प्रण-माया स अवृत्ति-माया परमात्मा की चशवत्तिनां परमा मा दरवार को नतका-माया वा समार माया दे पर्यौय भायाचङ्गमाया दं आकपणास-मूरमा विवेचन-धन, पुत्र कलम से लासक्तिवाम की महता तथा उसके उनमन का महत्व माया और मायापतिसुष्टि विदाय मे माया का योग माया के भेद-आवरण तथा विभेषणीना तम्ा श्रभरप माया कवीर्‌ का माया सम्द धी अभिमत प्रत्तीक ज याक्ति तया उलट्वाधनिया दवारा प्रकट-माया का सर्वव्यापकत कबीर के! प्रताक-योजना नाथ सम्प्रदाय क॑ प्रतीक-स ता से ताल मेल माया का ध्वस्त मंकः स्वत्प “ व्यार्धक्ति धन सम्पत्ति से अनुराग-काम क्रीब लाभ मानसरांग-भगवत्शरणागति का माहा म्य कबीर कर माया विभा- অল শী बाह्य प्रभाव शकर का मायावाद और कंवार का माया संम्बधौ दृष्टिकोण-कवार्‌ के माया मम्ब-वी विचार का निष्वष 1 गुर साजक और आदि ग्रय--तानक ना स्थान-गुरु नानक के माया सम्बंधी लिचार माया -याषद-व महिमा माया और मन- सदृपुरूगुरु ग्रथ साहव माया का त्रिगु [णा[(मक व-माया दुस्तरणीय-प्र्ल का भक्ति निष्क्ष । ध 4 রর धर्मटा् और उनके माया सम्ब धी विचार-समय रचनाएँ भाया ॥ मंक्ति क बाधक के रूपए म निष्ठं { ২ त টি माया ্িমাহেন ইবনে কয হয্যন্য ঈপ-যগতি ক न “कार का दमन-केशव का माया-विक्टत्ता- क || স্থু কী ঘা হান का मजा दणव-सत्त साहित्य म उनका स्थान নি রী এ स्वम्‌ मामा का नस्तित मनुष्य कौ जोविवावस्या तक दी-बाह्माड- योग्यता




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