नवयुग का प्रभात | The Edge Of Tomorrow

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
The Edge Of Tomorrow  by थामस ए डुली एम डी - Thomas A Dooley, M D

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about थामस ए डुली एम डी - Thomas A Dooley, M D

Add Infomation AboutThomas A Dooley, M D

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
घचनों का निर्वाह ` १५) अमरीका की नौसेना ने भी मुझे निराश नहीं किया । यद्यपि में अब साधारण * नागरिक था, तथापि मेने जो एनो ओपधि्यो, खाद्य-पदाथै ओर -उपकरण लुखये थे, उनके यातायात की जिम्मेदारी नौसेना ने टे टी । उसने यह सारा, सामान दक्षिण वियतनाम पहुँचाया, जिससे मेरे मिशन को बहुत वचत हुदै । ` मेंने वार्शिंग्टन में कई सप्ताह, एशिया में हो रह विविध कार्यों की अमरीकी एजेन्सियों से भेंट करने में गुज़ारे । अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग प्रणासन ने ईमानदारी ` के साथ मुझे सहायता का वचन दिया, परन्तु लाओस में उनके आदमियों से अन्त में मुझे बहुत कम सहयोग मिला । तथापि अन्तरीष्रीय सहयोग प्रशासन ने मुझे आयोजन के प्रारम्भिक दौर में बहुत सहायता दी। अमरीकी सूचना एजेन्सी ने भी सहायता दी । उसने चैटरी से चलनेवाला एक टेप-रिकार्डर ( ध्वनि-संग्राहक यैत्र ) दिया । ` , इसी बीच मेरी भेंट श्रीमती रेमड क्ैपर से हुईं | उनके पति युद्ध के प्रसिद्ध सम्बाददाता थे और कोरिया में मारे गये थे । श्रीमती छैपर वार्शिग्टन में “ केभर ” ( संसार के किसी भी देग को राहत पहुँचानेवाली एक अमरीकी संस्था ) क्रार्याल्यों की अध्यक्ष है | मुझे परामण देकर, लोगो से मेरा परिचय कराके तथा मेरी मित्र बन कर उन्होंने इंटरनेशनल रेस्क्यु कमेटी की “ लाओस कार्रवाई ” जन्म में बहुत हाथ बेंटाया । (“ केअर ” ने प्रसूति के साज-सामान का एक झोला बताया है, जो देखने में वैसा ही लगता हैं जैसे कि अक्सर हवाई यात्री अपने साथ रखते हैं । यह श्रीमती क्लैपर का ही सुझाव था कि मैंने लाओस में दाईयों के प्रशिक्षण के लिए जो योजना बनायी थी, उसमें उत्तीर्ण होनेवाली दाइयों के लिए “ केअर ” लूगभग पचास शोले प्रदान करे । इन জীভা से क्रितना काम लिया गया यह आगे में आपको वताऊँगा । ) परन्तु पने अपनी योजना का सवस कटिन पहं - आदमी जमा करने' का पाम - आखिर के किए खड रखा था । मञ्चे नोर्मन वेकर, पीटर कैसी भीरं डेनिस रोपड़ पर पूरा भरोखा था ! जिन सेनि ने उत्तयै वियतनाम मे मेरे साथ काम क्रिया था, उनम ये सवसे अधिफ़ विश्वसनीय ओर कानवा रोग ये । आदमी जमा करने का काम आसान न था । निस रोपडं ने हाल से विवाह जिया था और ओरेगान विश्वविद्यालय में डाक्टरी वी गिक्षा 'के डिए শা হী गयां था । पीटर केषी आस्टिन ( देक्सास ) मे ओषवि-गाच् की जिक्षा ले रहा था । वेकर कासी विवाह टो गथाथा ओर वह अवतत नौसेनामेंदी था कौश:




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now