श्री दरियाव दर्शन | Shri Dariyav Darshan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
330
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)४ सथ्यति ३६
रामनिवास सिर्घा
भूतपूर्व केन्द्रीय ग्रह राज्य मन््त्री व
उपसभापति राज्य सभा
मैं विगत १५ वर्षो से अखिल भारतीय रामस्नेही
सम्प्रदाय के रेण पीठ के वर्तमान पीठाचार्य श्री हरिनारायणजी
महाराज को बहुत ही निकट से जानता हू । आप उच्चकोटि के
নিষ্ভান है। आपका निरभिमान, निस्पृह, सादा जीवन, त्याग व
तपस्या कौ प्रतिमूति है! श्रापने अपने निष्कलक उदात्त चरित्र
एवं पाण्डित्य पूणं प्रवचनो से श्रत्यल्प समयमे ही रेणधाम
की चिर-लुप्त प्रतिष्ठा को राजस्थान के गाव-गांव, महाराष्ट,
मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश आदि प्रान्तो एव देश के
वम्वरई, कलकत्ता, मद्रास्त, श्रकोला, हैदरावाद, मैसूर श्रादि
विशाल नगरो में पुनः: प्रतिष्ठापित करने का जो महत्वपूर्ण
कार्य किया है, उससे रामस्नेही सम्प्रदाय आपका सदा ऋणी
रहेगा ।
मुझे स्वय आपके श्रीमुख से श्रापकी ओजमय मधुरवदाणी
में श्रीमद्भागवत' की कथा तथा श्री दरियावजी महाराज
की “वाणी” पर प्रवचन घुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। লী
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