मिनख नै समझावनौ दोरौ है | Minakh Ne Samjhawano Dorau Hai

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Book Image : मिनख नै समझावनौ दोरौ है  - Minakh Ne Samjhawano Dorau Hai

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ভালে অসলবা आस निरास सांस उसांस वरसो वरस उठे वासना ज्वाढ अरत आखती अजक वासना স্ব होछका कुरे ভরত दद जीव पेठाद खोले विलमाय होमीतै ভুত धकं সম আনম ভ্ান্ত কান্ত घोम लीला डे पीठा पण पेठाद पतंग ঘাম प्रसून उठ ठे नवछ बरस री वांह्‌-गन 1 (17)




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