श्री जैन सिद्धान्त बोल संग्रह दूसरे भाग पर प्राप्त सम्मतियाँ | Shree Jain Siddhant Bol Sangrah Dusre Bhaag Par Prapt Sammtiyan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
471
श्रेणी :
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No Information available about अगरचन्द भैरोदान सेठिया - Agarchand Bhairodan Sethiya
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[है|
३--मकान नें० ६ जेस्सन लेन तथा ने० १११, ११६ ११३, ११४, और ११६४
केमिग स्ट्रीर का तीसरा हिस्सा । कलकत्ता रजिस्ट्री आजिस में ता०
१५-२-१६२६ को रजिस्ट्री करादी गई है। वार्षिक आय २४००) से फु अधिक।
ड--जेस्सेन लेन वाले उपरोक्त मकान का एक भोर तीसरा ह्स्थ्षि ता3 १६-७-१६४०
दो सस्या ने खरीदा । इस प्रड्ार सेस्था के पास उपरोक्त मकान ক্যা ই তা
तिराई हो गया । इस हिस्से का विराया भी र० ६२४००) से इछ भधिक
आता है।
५ --रौ कनेर मोह मरोटियन का विशाल भवन सेवर, सामायिक,पोसा, अतिकमण
व्याख्यान জাতি धार्तिक कार्यो के लिए दे दिया गया। इसकी रजिस्ट्री बीकानेर
मे त्ता०३० नवेम्बर सन् १६२३ फो हुई 1
{मोच मयेदियन का दूसरा विशाल भवन, जिसमें लायमेरी,कन्या पाठमाला,
भराइमरी स्कूल झौर नाइट कालेज प्रादि संस्याए है । बीकनेर मे तास
হও नवम्बर १६२३ को रजिस्ट्री हुई।
<«--प्रिटिय प्रेद--इसमें २ ट्रेडल मशीन १ टेण्डप्रेस,कर्टिंग प्रेस वगरह सभीने तथा
सभी प्रकार के हिन्दी टाईप हे » यह पहले बाबू लत्रचन्दजी सेठिया का था |
उन्होंने सरधा को भेट कर दिया।
प++संत्पाओं के प्रबन्ध के लिए एक कमेटी ददी हुई
सनुसार पदाधिहारी-तथा सदस्य दे--
सभपाति--अआीमान् दानवीर सेठ भैरोंदानजी सेठिया ।
नन्नी-- भीमान् जेयमदजी सेखिया ।
उपमन्त्री--यावु नारक्यन्दजी सेय्या ।
संदस्य--- १ श्रीमान् सेठ कानीरामनी ग्ोंठिया ।
२. श्रीमान् मटता चुधसिहजी देद् ।
३. भीमान सेठ सूबचन्दजी चडालिया (मआडिटर) ।
ड, भीमान पानमलजी सेठिया |
श्यी मान सेठ मननमशजी फोखारी ए
६, ध्यीमान सेठ गोपिन्द्राममी भणसाली ।
७, ध्यीसान जुपराजनी सेठिया |
নথ
है, नसमे मै लिस
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