सेमागा कैसे पकड़ा गया ? | SEMAGA KAISE PAKDA GAYA
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
18
श्रेणी :
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मेक्सिम गोर्की - MAXIM GORKY
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)बहुत तेज है। बीच सड़क हमारे लिए जुरा भी ठीक जगह नहीं है,-हम तो ऐसे ही
जाम हो रहे हैं।”
पुलिसमैनों के कुछ पल्ले नहीं पड़ा कि वह कया कह रहा है, लेकिन उन्होंने उसे
घरों की ओट में ही चलने दिया जबकि वह खुद, जहाँ तक बन सकता था, निकट
रहते हुए अपने घोड़ों पर उसके साथ-साथ चलने लगे। ।
इस प्रकार उनकी निगरानी में सेमागा ने पुलिस-स्टेशन तक समूचा रास्ता पार
किया।
“सो तुम लोगों ने उसे गिरफ्तार कर लिया,-कर लिया न? यह बहुत अच्छा हुआ,”
दफ्तर प्रवेश करने पर पुलिस-चीफ ने उनसे कहा।
“ और यह बच्चा? इसका मैं क्या करूँ?” अपने सिर को झटकाते हुए सेमागा ने
पूछा।
“यह क्या? कैसा बच्चा?”
“यह है। सड़क पर पड़ा था। यह देखिए।”
और सेमागा ने कोट के भीतर से उसे बाहर निकाल लिया। बच्चा उसके हाथों में
लिंजबिज पड़ा था।
“लेकिन यह मरा है!” पुलिस-चीफ् चिल्ला उठा।
“मरा है?” सेमागा ने दोहराया। झुककर उसने नन्हे बण्डल की ओर देखा और
फिर उसे मेज पर रख दिया।
“क्या तमाशा है,” उसाँस भरते हुए उसने कहा-“ और मैं भी इसे एकदम सीधे
उठा लाया। कौन जाने, अगर मैं इसे वहीं... लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैंने इसे
उठाया और इसके बाद फिर नीचे रख दिया।”
“यह क्या बड्बड़ा रहे हो?” पुलिस-चीफ ने पूछा।
सेमागा ने अपने इधर-उधर खोई हुई नजर से देखा।
बच्चे के मरने के साथ-साथ वे सब भाव भी ज़्यादातर मर चुके थे जिनका कि
सड़क पर चलते समय उसने अनुभव किया था।
यहाँ वह सर्द अफ्सरशाही से घिरा था, जेल और अदालत के सिवा उसे और
सेमागा कैसे पकड़ा गया
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