गुल्लू गुडिया के नन्हे गगन में | GULLU GUDIYA KE NANHE GAGAN MEIN

GULLU GUDIYA KE NANHE GAGAN MEIN by के० के० कृष्ण कुमार - K. K. KRISHNA KUMARपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शेरनी - बादल के सिर पर तो हुआ सवार गजब -सा गुस्सा गुस्सा, गुस्सा, गुस्सा ही गुस्सा शेरनी -बादल गुस्से में गुराया, गरजा गरज - गरजकर आगे आया हाथी - बादल सोते - सोते नींद से जागा” फिर क्‍या हुआ, देखो फिर क्या हुआ” शुरू हो गई घोर लड़ाई शेरनी - बादल, हाथी - बादल




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