धूप | DHOOP

DHOOP by ज्योति दीवान - JYOTI DIWANपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एक गांव में राजू नाम का एक लड़का रहता था । एक दिन राजू आंगन में सोया था। सुबह-सुबह धूप चुपके से उसके पास आई और उसे जगाने लगी । ५ लिन.




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