गुड की डली | GUD KI DALI

GUD KI DALI by कात्यायनी - KATYAYANIपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एक मासूम की बगावती प्रार्थना हे ईश्वर! है या तो इस जगत को जि स्कूलों से मुक्त करो या हमें ही उठा लो। 'किडनैप' करा दो। चमत्कार कर दो जज. लीला दिखा दो हे प्रभु आनन्ददाता! नन्च््् बस्तों में किताबों की जगह 911 गे “0 >॑अ्+ चॉकलेट भर दो या 4१ हे 1 # | मिसरी की डलियाँ। परमात्मा! हे , सभी पोथियों में आग लग जाये। (या सभी मास्टरों को हैजा हो जाये। । पहाड़े रटाते समय चाचा की जुबान ऐंठ जाये। । बाढ़ में सभी स्कूल डूब जायें। वहाँ हम कागज की नाव चलायें। 5०३5 द हाजिरी रजिस्टर के पन्ने फाड़कर पतंग उडायें। पे ्ओ न शिक्षा को लेकर बहस करने वाले और नीतियाँ बनाने वाले - ही सभी शिक्षाशास्त्री सीधे पागलखाने जायें। ८/ हर 2 हा । । आंधांमाणाा 15 / गुड की डली




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