अम्मा जब स्कूल गयीं | AMMA JAB SCHOOL GAYIN

AMMA JAB SCHOOL GAYIN by नंदिनी नायर - NANDINI NAYARपुस्तक समूह - Pustak Samuhराजेश के० - RAJESH K.

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

नंदिनी नायर - NANDINI NAYAR

No Information available about नंदिनी नायर - NANDINI NAYAR

Add Infomation AboutNANDINI NAYAR

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

राजेश के० - RAJESH K.

No Information available about राजेश के० - RAJESH K.

Add Infomation AboutRAJESH K.

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
“पर रोहन रो क्यों रहा था?” अम्मा जानना चाहती थीं। “क्योंकि वह जो साँप चिड़ियाघर से ले कर आया था, उसने उसके पालतू चूहे को खा डाला था! और तब दीदी चिल्लायीं और दरबान दौड़ते हुए अन्दर आया।” “लेकिन मैं तुम्हारी कक्षा में गयी थी, वहाँ तो कोई भी नहीं था!” अम्मा बोलीं।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now