बहुत साडी मछलियाँ | PLENTY OF FISHESBAHUT SAARI MACHLIYAN

PLENTY OF FISHESBAHUT SAARI MACHLIYAN by अरविन्द गुप्ता - ARVIND GUPTAपुस्तक समूह - Pustak Samuhमिल्लिसेंट सेल्सम - MILLICENT SELSAM

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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16 “मैं अपनी मछलियों को अभी खाना खिलाना चाहता हूं,” विली ने कहा। उसने पूरी डिब्बी को मर्तबान में डालना चाहा। “रुको!” विली के पिता चिल्लाए, “विली, रूको! पहले जरा पढ़ो कि डिब्बी पर क्‍या लिखा हे । 1) “इसमें लिखा है, मछलियों को रोज एक चुटकी भर खाना दो।” विली ने कहा, “एक चुटकी कितना होता है?”




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