कैलेंडर में अंकों का जादू | NUMBER FUN WITH A CALENDAR
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
330 KB
कुल पष्ठ :
58
श्रेणी :
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पी० के० श्रीनिवासन - P. K. SHRINIWASAN
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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मनीष जैन - MANISH JAIN
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सुशीला : मेरे 4 ५ 4 वर्ग का ऊपर से सबसे बायां अंक 4 है |
मैं: वर्ग के अंकों का जोड़ 256 है
सुशीला : मैं जांचती हूँ |
18 19 20 21
25 26 शा 28
58 62 66 70 256
रवि : रुको रुको! मैं इस जादू का रहस्य बताता हूँ | सबसे पहले हम वर्ग के 4 से शुरू होती हुए डायगोनल के
अंकों का जोड़ निकलते हैं | उसके लिए हमें नीचे के सबसे दायें अंक 28 निकलना पड़ेगा | उसके लिए हम 8 गुणा
3 में 4 जोडेंगे, क्योंकि हमारे इस डायगोनल /धां।॥॥॥1010० 00185»ं01 में हर अंक में 8 का अंतर है और हमें इस
?2100185901 का चौथा अंक चाहिये (8 » 3+ 4 5 28) | अब 4 और 28 को जोड़ते हैं तो 32 आता है, उसे
2 से गुणा करने पर 64 आता है जो 4 से शुरू होती हुई डायगोनल के अंकों का जोड़ है | इसको पुनः 4 से गुणा
करने पर 256 आता है जो कि हमारे वर्ग का जोड़ है | यहाँ हमने 4 से उसल्रिये गुणा किया क्योंकि ये 4904 वर्ग है
जैसे हमने 3:33 वर्ग में डायगोनल जोड़ को 3 से गुणा किया था
पिता : बहुत बहुत बढ़िया! मैं बहुत खुश हूँ |
4. क्रॉस पहेली
पिता : कैलेन्डर में अंकों कि व्यवस्था हमें कुछ क्रॉस पहेलियाँ बनाने और समझने का तरीका भी बताती हैं |
सुशीला : आप हमें ऐसी पहेली दीजिए और हम उसे हल करेंगे |
पिता : ये है एक और इसे हम तीसरे आर्डर के क्रॉस पहेली कहेंगे |
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