नन्हे चूजे की दोस्त | NANHE CHUZE KI DOST

NANHE CHUZE KI DOST by पुस्तक समूह - Pustak Samuhरावेन्द्र कुमार 'रवि ' - RAVENDRA KUMAR "RAVI"

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रावेन्द्र कुमार 'रवि ' - RAVENDRA KUMAR "RAVI"

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एक थी बिलली। चमकीली आँखों वाली गोल-मटोल | काली-काली पूँछ थी उसकी और सफेद-सफेद मुँछ। देखने में वह बहुत अच्छी लगती थी - शेर की मौसी जो ठहरी।




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