अशरफ - उड़ने वली मशीन | ASHRAF AND THE FLYING MACHINE

ASHRAF AND THE FLYING MACHINE by अरविन्द गुप्ता - ARVIND GUPTAपुस्तक समूह - Pustak Samuhफातिमा अकीलू - FATIMA AKILU

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फातिमा अकीलू - FATIMA AKILU

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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'मैं माफी चाहता हूं, पर तुम्हारे बहुत सारे प्रयोग और आविष्कार नाकाम रहे हैं, सेगुन ने कहा और वो अशरफ को पकडने दोड़ा। “मैंने सोचा था कि हम दोनों दोस्त हें। तुम्हें हर हालात में मेरी तरफदारी करनी चाहिए,' अशरफ ने गुस्से में बुदब॒ुदाते हुए कहा। 'देखो में आज जरूर आऊंगा,' सेगुन ने कहा। उसके बाद सभी लोग क्लास में वापिस लोटे।




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