घड़ियों की हडताल | GHADIYON KI HARTAL
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
67
श्रेणी :
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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रमेश थानवी -RAMESH THANVI
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)नहीं समझतीं। वे सोचती हैं कि समय बताते रहने की ८ पडा कक ५
अब कोई सार्थकता नहीं है। इस स्थिति को घड़ियाँ अपना 0)
अपमान समझती हैं और वें बंद हो गई है।.. कक 5
सरकारी अफ़सर जब बयान पढ़कर सुना रहा था, तबन्सः ढीस
अफ़सर गर्दन हिला-हिलाकर घड़ियों की राय से अपनी सहमंतिजतातन कक
रहे थे। वे सोच रहे थे, रूठी घांडियों को कैसे मनाया जाए? ज़िम्मेदार ”,|
लोगों को जनता के दुःख-सुख के साथ कैसे जोड़ा जाए? . ... ८ ता
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घंड़ियों की हड्ताल/13
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