चलता फिरता हैट | CHALTA FIRTA HAT

CHALTA FIRTA HAT by निकोला नोसोव - NIKOLA NOSOVपुस्तक समूह - Pustak Samuhहोल्गेर पक्क - HOLGER PUKK

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होल्गेर पक्क - HOLGER PUKK

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शेखर और मयंक अपनी कपरिंग बूक में व्यस्त थे। वे हैट को चिक्कू पर गिरते हुए देख नहीं पाये थे, हालाँकि उन्होंने कुछ अजीबोगरीब आवाज जरूर सुनी थी। शेखर यह देखने के लिए मुड़ा कि क्‍या हुआ। फर्श पर हट पड़ा हुआ था। वह उसे उठाने के लिए गया। लेकिन जैसे ही वह नीचे झुका चिल्ला उठा- कोई मेरी मदद करो!” “क्या हुआ?” मयंक ने पूछा। “यह जीवित है!” “कौन?” 4 >/ अलता-फिरता हैट




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