मार्टिन लूथर किंग | MARTIN LUTHER KING GRAPHIC COMIC

MARTIN LUTHER KING GRAPHIC COMIC  by अज्ञात - Unknownअरविन्द गुप्ता - Arvind Gupta

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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1959 में डॉ. और मिसेज किंग, उन्होंने प्रधानमंत्री नेहरु से भेंट की. महात्मा गाँधी के देश भारत गए. ् जज है आप गाँधी के बारे में के गाँधी सम॒द्र से हिंसा के बिना पक ज्यादा जानते हैं. नमक निकालने उन्होंने अंग्रेजो से ) सैकड़ों मील चले. अपने लोगों को है. नमक के काले मुक्ति दिलाई. । ३ कानन के खिलाफ |_ (उनका यह शांतिपर्ण आन्दोलन था हतय हस गज किक) अब डॉ. किंग इकत्तीस साल के थे. कछ लोग उनकी तारीफ करते तो कछ आलोचना. अब वो फल टाइम 5८1८ का काम करते थे जनवरी 1960 को वो अपना चर्च छोड़कर, एटलांटा चले गए हरेक अश्वेत के पीछे दस |“ 27 ३ गोरे हों, तो हम हिंसा से ४५२ नहीं जीत सकते. प्रेम ही हमारा हथियार हो सकता है. मर गोरा बनना चाहता है. उसने हमें सिर उठाना सिखाया. एक महान इंसान.




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