मोहनजोदड़ो की माया | MOHENJODARO KI MAYA
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
26
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh
मुल्कराज आनंद - Mulkraj Aanand
No Information available about मुल्कराज आनंद - Mulkraj Aanand
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)“मेरी तरफ गेंद फेंकों,” माया ने कहा.
लड़कियों ने माया की ओर गेंद फेंकी. माया ने गेंद पकड़ी
और फिर उसे हवा में ज़ोर से फेंका. फिर वो गेंद को दुबारा
पकड़ने दौड़ी. पर वो उसे पकड़ नहीं पाई. गेंद ज़मीन पर
गिरी. तभी रा का क॒त्ता कालू आया और गेंद को पकड़ने के
लिए दौड़ा. कालू ने अपने मुंह में गेंद को पकड़ा और वो वहां
से दूर भागा.
फिर तीनों लड़कियों ने कालू का पीछा किया. उन्होंने उसे
पकड़ा और उसके मुंह से गेंद निकाली. फिर वो तीनों गेंद को
फेंकने और पकड़ने का खेल खेलती रहीं.
User Reviews
No Reviews | Add Yours...