मोहनजोदड़ो की माया | MOHENJODARO KI MAYA

MOHENJODARO KI MAYA by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaमुल्कराज आनंद - MULKRAJ ANAND

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मुल्कराज आनंद - Mulkraj Aanand

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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“मेरी तरफ गेंद फेंकों,” माया ने कहा. लड़कियों ने माया की ओर गेंद फेंकी. माया ने गेंद पकड़ी और फिर उसे हवा में ज़ोर से फेंका. फिर वो गेंद को दुबारा पकड़ने दौड़ी. पर वो उसे पकड़ नहीं पाई. गेंद ज़मीन पर गिरी. तभी रा का क॒त्ता कालू आया और गेंद को पकड़ने के लिए दौड़ा. कालू ने अपने मुंह में गेंद को पकड़ा और वो वहां से दूर भागा. फिर तीनों लड़कियों ने कालू का पीछा किया. उन्होंने उसे पकड़ा और उसके मुंह से गेंद निकाली. फिर वो तीनों गेंद को फेंकने और पकड़ने का खेल खेलती रहीं.




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