फरडीनैंड की कहानी | THE STORY OF FERDINAND

THE STORY OF FERDINAND  by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaमुनरो लीफ- MUNRO LEAF

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मुनरो लीफ- MUNRO LEAF

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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4311 16 जाल 9118 1थशा ॥0०प्रात 90117 210 0 पर71९, 1९भ[०1९9 भाव [प्राएआा2 50 118 71 ए010 1 1190 11९ए7 फट एफ एज ॥ाणाए 2111606 910 910 18077. बाकी सारे बेल अपनी ताकत का परिचय देने के लिये दोड़ने लगे, कूदने लगे और एक दूसरे को अपने पैने सींगों से गोदने लगे। बैलों को लगा कि टोपी वाले समझेंगे कि वे बहुत ही शक्तिशाली और बलवान हैं और वे चुन लिये जायेंगे। इतर सगलछे खोंड स्वतःची ताकद दाखवण्यासाठी मैदानात पतल्कूं लागले , उडया मारू लागले आणि एकमेकाना टोकदार शिंगांनी घायाछ करू लागले , बैलांना वाटलं की हे टोपीवाले त्यांना फारच शक्तिशाली समजूरन त्यांची लछकाईसाठी निवड करतील




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