जादुई बीज | JADUI BEEJ

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एम० एनो - M. ANNO

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पुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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उस साल उन्होंने एक छोटी कोठरी भी बनाई और उसमें 16 बीजों को संभाल कर रख दिया। बाकी बीजों को उन्होंने बो दिया। उन्होंने कितने बीज बोए? वाधां ॥68/ 116५ 3150 0५1॥ 8 116 8101810956 ४५ [00 16 56605 1110 (66७0 07 8 ५४४॥॥8. 116 18691 ०ए[ 116 56605 116५ 09160 ॥1 116 610५10. 170॥// 19/)/ 50645 010 ॥09/ 00/)/2 28 अगली वसंत - आठवेंसाल बहुत से बीज अंकुरित हुए और उनमें से बहुत सारे बीज निकले। अब क्योंकि उनके पास बहुत सारे बीज हो गए थे इसलिए उन्होंने कुछ बीजों को बाजार में बेंचने की बात सोची। उन्होंने कोठरी से पिछले साल के बीजों को निकाला और कुल मिलाकर 60 बीज बेचने के लिए बाजार गए। 34 नए बीजों को उन्होंने कोठरी में रखा। उन्होंने एक-एक बीज खाया और बाकी बीजों को जमीन में बो दिया। उन्होंने जमीन में कितने बीज बोए? 1170/8८001/7/27%/00/ 20404 $४ ५4९६४ ॥ ज्ाएएफ५ १७१ १५१५ है जज हार 11171 11777. ॥ 00171 116 1620 50170, 116 01911), 3 |01 01 59[000195 ०८६४॥॥6७ ७0, ४10 ॥1 116 4॥ 197५ 58605 301098/80. 10 1॥1070, 0809056 116५ 190 (५6 ७10५6॥ 56605, 116५ 0601060 10 56॥ 50776 1 116 10५01 11416. 1॥#6५100/ 60 5660510 56॥, ॥#0001॥16 3॥ 11056 ॥1 116५ 1930 [0५ ॥ 116 ४४३18॥0056, 116 ५64/ 28018. 11971 116५ [0५४1 34 16५४ 56605 11 116 8101610056, 56 38106 016 5660 68017 10 68 210 29५11060 8॥ 116 16381 01116 56605 ॥ 116 60५10. 170॥//19/7)/ 50605 1४ ॥0/ 0७// ॥1 #19 ७9/00/1102 29




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