एक बाज की सच्ची कहानी | EK BAAZ KE SACHCHI KAHANI

EK BAAZ KE SACHCHI KAHANI by जीनेट विंटर -JEANETTE WINTERपुस्तक समूह - Pustak Samuhविदूषक -VIDUSHAK

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(9113 310 ?9[03 579५ 00७5५ - 30९ 310 10111, 30८८ 310 1011/1 - 311181129 1000 101 11611 1४४० 1011281% ८॥110/९५. माँ और पिता दोनों बाज़ व्यस्त रहते हैं. वो दिनभर ऊपर-नीचे उड़कर, अपने दो भूखे बच्चों के लिए खाना लाते हैं.




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