अल्बर्ट आइंस्टीन | ALBERT EINSTEIN

ALBERT EINSTEIN  by मैरी जोसफ़ -MARY JOSEPH

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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>म्याक और उन्होंने डाक्टरेट (पी.एच डी.) की डिग्री प्राप्तकर ली । अब वह विश्वविद्यालय में पढ़ाने के योग्य हो गये थे । ज़्यूरिख विश्वविद्यालय में एल्बर्ट की नियुक्ति प्रोफेसर के रूप में हो गई ओर लोगों ने उन्हें एक महान वैज्ञानिक मान लिया । इसीं समय अमरीका के दो महान वैज्ञानिक माइकलसन और मॉलें रोशनी की गति को मापने का काम कर रहे थे । लेकिन उन्हें अपने काम में सफलता प्राप्त नहीं हो पाई थी । आइंस्टाइन ने बताया कि इन वैज्ञानिकों का अपने प्रयोग में असफल रहने का कारण यह था कि वास्तव में रोशनी की गति हमेशा एक-सी रहती है ओर संसार में सभी वस्तुएं सापेक्ष या तुलनात्मक हैं । जब तुम छोटे बच्चे थे तब तुमने किन्हीं दो वस्तुओं के तुलनात्मक अध्ययन के बारे में पढ़ा होगा। रेलवे फाटक पर खड़ा व्यक्ति 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जाती हुई गाड़ी को देखकर गाड़ी की उस रफ्तार को बहुत तेज़ बताएगा, जबकि 120 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही गाड़ी में बेठे व्यक्ति को उसकी रफ्तार बहुत कम. लगेगी । एल्बर्ट आइंस्टाइन को अपने इसी सापेक्षता के सिद्धान्त (1९०५ ० रेट) के कारण ही एक विश्व-प्रसिद्ध वैज्ञानिक माना जाता हे । मी &#“7 2252. +<-> >> ) &गटटट: पा गट दि हि १1277 ... 814 |. है डा ) कि “क मी है न अ्ान कि मा _न्न्‍ंायाबानल 3 ८८८ ह। / मानने | (न हि ॥/ * राधा ।] न कर है 115£::> 1652 .. 33




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