एलेक्जेंडर ग्राहम बेल | ALEXANDER GRAHAM BELL

ALEXANDER GRAHAM BELL  by अरविन्द गुप्ता - Arvind Gupta

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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| हमें यह नहीं पता कि दूसरा मॉडल कैसे काम करता है, पर हम उसकी कार्यविधि को समझ सकते हैं। 68: में मिस्टर बेल जा] बेटों के समक्ष यह प्रस्ताव रखा। अगर तुम एक बोलने बहुत अच्छा! | चलो, पिताजी की किताबें देखें। वाले उपकरण का हम बनाएंगे! नि मॉडल बनाओगे तो में # आधे न ४४ पर पर ० की पा न हे 8 तुम्हें एक ईनाम दूंगा! 3 तुम गले पर काम करो। । छह ज््ट् मैं मुंह और जीभ के के हैँ ह साथ सिर बनाता हूं ही स्प्रे 1 मिस्टर बेल बहुत खुश पर ज़रा एलेक का हाल तो पाना संभव नहीं था। बच्चों मुझे तुम पर बहुत गर्व है। लोग कैसे बोलते हैं यह समझे बिना तुम्हारे लिए यह कर और सूखा दिखता है। कहीं वो भी बीमार न हो? वो एकदम पतला 1 मिस्टर बेल के तीनों बेटे बड़े होकर ! | स्पीच शिक्षक बने। परंतु एलेक के दोनों | भाईयों का जल्द ही देहांत हो गया। | भ्ओ किसी दिन डाक्टर 'उस बीमारी का 'इलाज खोज लेंगे। जब मैं नौजवान था तो मुझे अपनी सेहत के लिए न्यूफाउंडलैंड भेजा गया था। मैं वहां जाकर ठीक हो गया था! हम एलेक को फौरन वहां ले जाएंगे!




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