इवान इलिच | PATHSHALA BHANG KAR DODESCHOOLING SOCIETY

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इवान इलिच -Ivan Illich

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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1 | हे कि डः -जा००-_-> मल 26 ] | वाहशालर धंगे कर थों 193 मे न्यूथार्क के आपंडायोतिस (जआा्ंबिशिए आदि लाखिक अधिका- रियों) को हजारों लिक्षकों, सामाजिक कार्पेकर्ताओं जौर परादरियोँ को बहुंते झउ- पट स्वेलिण घांघा खिखाते की जरूरत पड़ो ताकि वे ध्यापरडोजरिकों के नागशियों में मौजे-सीते शंघाद कर कक | जताब मेरी गॉरिसि ने स्यूवाके के स्पेलिल कपिषों केन्द ते श्रोचणा को कि उसे हा्लेग के नेटिंग +गीकर (गैर यूरोपीय भाषा-भाषी लाहिये। दूसरे दिल उसकी कवतर के सामने कोई दो सौं किल्लोर लाइन लगाये खरे हो बये लऔौर उसने ततगे से चार दर्जन चुन लिगे--जिलमें में अधिकांश स्टूम छोड़े (हराप-आंदह) हुए थे । उसने उन्हें “यू एस फॉतैय सॉबिल इंह्टीट्यूड स्पेनिश भेनुअंल ' का उपयोग कानों सिखाया जो कि प्र जुएट तक शिक्षा प्राप्त भाषा- शाहतरी के लिए रचा गया हैं, लौर एक हो सस्ताह में उन्नने जानते इसना तैयार कर दवा कि उनमें से फ्रयेक अब तक णिक्षर था जो वन चार स्थबार्क-तगरिकों को ज्वेलिश आाषा सिललाता था जी उसकों संपुर्द किये गये थे । सिर्फ छा महाँगों में शन्होंने आवफह्यकः संख्या में स्पेनिश भाषा सीखे अमेरिकी हासिल कर लिए । पर्णदे- नल स्यौलगन ने दावा किया कि उसको पाग 127 दिवीजन हैं। जिनमें प्रत्वेक में तोन स्शाफ-फ्ेम्बर स्पेलिण में वातघीत कर संकते हैं । इस उपसब्धि को कोई भी स्कूल-कार्यक्र हाधिल गहीं कर सकता । शुनर_-जिह्क (स्किल टीचसे) कम होते गये तो इसी (जैध-] बिहबॉस के काश्ण कि उनके वास प्रमाण-पत्र नहीं हैं। प्रभाणश-पत्र बाजी एक तरह का बाजारी जुआ हैं भौर वह सिफे हकूथी- दिमाग के लिए ही हैं। फू नों में शिल्पकारी और हस्तकारी के अधिकांश शिक्षक अनेफ बढ़िया गिल्यकारों और दस्तकारों से कम हुतरघंड, कम जत्वेषी और कम सम्पर्कजील होते हैं। शनिज्ष अधवा फेच पढ़ाने बाले अधिकांण हाई स्कूल तिकक उसके लिंध्यों को छह माही, सक्षम, पुराने फैशन की, डिल-गिक्षा से प्राप्त काबिलियत का मुकाबला नहीं कर सकते | प्युएटों रिको में एंजिल वियवम्टेरों प्र उपयु का प्रधोगी ने गहू इंपित किया हैं कि अनेक किल्तोरों को, यदि उपयक्त प्रोत्साहन, कार्य क्रम और अजारों का इस्तेमाल (हैंडल) करने की छूट दी जाये तो, उप्त प्रारंबिक शिक्षा को कि जिसमें पौधों का बैज्ञातिक अज्वेषण, चांद-तारों कौ जागवारी मौट बिजली की मोटर या कृहियों की फ़िया- विधियों का ज्ञान हों, वे किशोर, अधिकांश स्कूत-शिक्षकों के बजाय ज्यादा बैदुतर तरीके से बच्चों को सिखा सकते हैं । 1 हि जज इक्तल क्यों हैं? उसे भंग करों | [27 बदि हम “अाजार'' को घुला कर दें तो हुलर-शिक्षण के लिए विशाल अपसर भिकस शकते हैं । यह एक सही शिक्षक का सही विद्यार्थी के श्लाब गंगीग बिाने पर भर उस विद्यार्थी को किसी भी निरश्वाश्ति पाठ्यक्रम के तताव से सुक्त कस उसे जस्वेत अधिफ्रिल करने वर निर्भर करता है । पारंपरिक जिक्षण की सुतता में सूला भर प्रतिस्पर्धी दिल ४१३९ कशन बिनाह- कारी अधमे है | बैसा ठिल-दस्स्ट्क्शन हुनर विज्ञाओं' के हासिल करने को “*जाएबीय जिक्षाँ मे गिंलंग कर देता है, जिल्में सकल एकसाथ पेड़ ज़ कर कैंतें हैं, अंतः वह अपूर्षानुमेय उर्ँ शयों नो लिए केलयाम जा्तप्राप्ति को बेशगाम शिक्षण की तर्ज ही धोस्साहित करता जाता हैं | हाल ही एक ऐगा मस्तौदा प्रस्तावित जुआ हैं जिसे यहली नजर पं देखने से बहूँ अत्यंत अ्र्धवान मासूम देता है। उसे सेंटर फार स्टडी आफ प्रस्लिक पॉलिगी' के 7काखर किस्हाफ़र शेंक्स ते तैयार किया है और “अफिल जाफ़ द इकानामसिक अपोर्च निटी उसका प्रोधोजेक है | उसमें यह प्रस्ताव किखा ख्रणा है कि शिक्षा के लिए तय की गई अधिकृत रा्षि” या दुषपूशत्त प्रांद्ूस अभिभ्मावक । (माता-पिता) जौर छात्रों के हाथों में सौग दी जायें, ताकि मे चाहें जिस स्कून में अपनी मनपसंद शिक्षा हासिल को | इस तरह की वेंग्रकितक हुकदा श्यां हही विता में सहत्वपूर्ण कदम हो सकती है । हमें प्रत्येक नागर्कि के जस हक कीं गाएंशों चाहियें जिसके द्वारा उगी करों से एकल्ित शिक्षा-क्त्त को राशि को बंरा- बर हिस्सा सिले, उस हिस्से को परखने का अधिकार विने, भौर बहू जंधिकार पी मिले कि उसे इंकार करने पर बहू दायो कर सके । प्रसिगामी कर-प्रणाली (ग्रे क्षिव टेबग्रेजत) के खिलाफ बहू एक तरह की गारंटी है | हफिस्टाकर जैंकस का उपर कस प्रहक्मण, बहरहाल, ध्स शक्ुनी बगतब्य पे आरंभ होता है, 'कल्स रवेटिव, लिबरंल ज्ौर रेडिकत --- [अंनेदार्यादी, उदार- बांदी और क्रांतिकारी) गभी ते हर बकत यह शिकायत की है कि अमेरिकी शिक्षा ब्रणाली, अधिकांश बच्चों को उच्च-स्तरीप शिक्षा प्रदान करने के लिए, स्यवतायी-शिक्षाकारों (प्रोफेशनल ऐलूकेटर) की बहुत कम ब्रौह्ताहन-दाणि दैंती हैं।” जतः इस तरह तो यह प्रस्ताव अक्षिक अनुदान (हबूशग ब्रॉटस) को ह्कूलों पर ही खर्ब करने की अनिवॉयगा बनाकर, स्वयं ही। अपना तिरहकार कर लेता हैं. |




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