बच्चे दर्पण और प्रतिबिम्ब | CHILDREN MIRRORS AND REFLECTION

CHILDREN MIRRORS AND REFLECTION by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaजोस एलस्टगीस्ट -JOS ELSTGEEST

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

जोस एलस्टगीस्ट -JOS ELSTGEEST

No Information available about जोस एलस्टगीस्ट -JOS ELSTGEEST

Add Infomation AboutJOS ELSTGEEST

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
शुरू करने के लिए यह एक अच्छा सवाल है। बहुत सी सतहें चमकती हैं और उनसे टकराकर प्रकाश छिटकता है - कुछ से ज्यादा और कुछ से कम। इन सभी से प्रकाश के चमकने को समझने में मदद मिलती है। * यह कार्यशीटे दर्पणों के साथ काम करने के लिए हैं - जिससे कि बच्चे दर्पणों के साथ खेल सकें, प्रयोग कर सकें। यहां दर्पणों के ऊपर आपको कोई “पाठ” नहीं मिलेगा। आपको यहां दर्पणों के बारे में बहुत '“उपयोगी '' जानकारी भी आप जहा बैठे हैं वहाँ ऐसी परदे नहीं मिलेगी। यहां पर दर्पणों की मदद से खोजबीन करने चीज़ें बताएं जो कि चमकती हों? और समस्याएं हल करने के कुछ सुझाव अवश्य मिलेंगे। उन्हें चमक” के क्रम में लिखें। जब एक बार बच्चे खोजबीन में लग जाएंगे तब वह आपसे बहुत सारे प्रश्न पूछेंगे। इनके लिए आप तैयार रहें, परंतु चिंतित न हों। (1) हो सकता है कि दर्पण ही प्रश्न का उत्तर दे दें (और दर्पण से सवाल पूछना एक बहुत अच्छी बात है)। (2) अगर आपको उत्तर पता होगा तो मामला आसान होगा। (3) ऐसी पुस्तकें उपलब्ध हों जिनमें आप उत्तर खोज सकें। (4) हो सकता है कि उत्तर किसी को न मालूम हो, न आपको न किसी और को। तब प्रश्न को बना रहने दें। मनुष्य अभी भी सीख रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सब कुछ जाना जा चुका है। इस पुस्तक में तमाम तकनीकी शब्द छोड़ दिए गए हैं, क्योंकि यह तो सभी स्कूली पाठ्यपुस्तकों में मिल जाते हैं। इसलिए तकनीकी शब्दों का तभी इस्तेमाल करें जब उनकी ज़रूरत हो। बच्चों की रुचि और उनकी प्रश्नों को हमेशा ध्यान में रखें। हे क्या आप दर्पण 4. ,<))] से संबंधित दा शब्दों की सूची ऐसी चीज़ों को ढूंढें जो इन शब्दों को करती हों या दर्शाती हों। इन वस्तुओं का परीक्षण करें और उन शब्दों को ढूंढे जो इनके ''चमक '' के गुण को समझाती हों, जैसे चिकनी कांच जैसे पालिश समतल चपटी मोम जैसे वारनिश इससे बच्चों में इन गुणधर्म वाली चीज़ों को देखने की आदत पैदा होगी। साथ-साथ वे जो कुछ भी देख रहे हैं उस पर समझदारी से चर्चा कर पाएंगे।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now