अपराध और दण्ड | APRADH AUR DAND COMIC - F. DOSTOVEVSKY

APRADH AUR DAND COMIC - F. DOSTOVEVSKY by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaफ्योदोर दोस्तोएवस्की -FYODOOR DOSTOEVSKY

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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फिर उसने दॉडना बंद किया ओर एक जगह चुपचाप ऑर फिर उसे मरमेल्रावोव खड़ा रहा. के शब्द याद आए: हरेक आदमी पर में इस शादी को रोकने के लिए भला क्‍या कर सकता ह्‌? में अपने ध् परिवार की कुछ भी हे मदद नहीं कर सकता. कब जज कक इलग बहुत होशियार था! >3 | उसके विमाग में हमेशा कोर्ड नया विचार रस्कोलनिकोव का एक दोस्त था. वो एक छात्र था. आता था. पर फिर रस्कोत्रनिकोव ने संकोच किया. क्योंकि राज़ुमिखिन भी उस जेंसा ही गरीब था. न आम उसका नाम । राज़ुमिखिन था! हज 3. अब मेरे न में सिर्फ वही भयानक “ विचार ही बाकी बचा है. उसके ख़त्म होने के बाद ही में राज़ुमिखिन से मिलने जाऊंगा.




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