राजपूताने का इतिहास भाग 3 | Rajputane ka Itihas BHag - 3

Rajputane ka Itihas BHag - 3  by रायबहादुर गोरीशंकर हीराचंद - Raybahadur Gorishankar Heerashankar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(४) पांचवां अध्याय महारावल जयतसिंद से प्रतारपाधिद तक विपय युछांक जयतर्सिदद ++ ०० मी धन कि सीधरएदेम थक पा न कक भी विज्यर्सिददेव ( जयर्सिददेव ) ... **” कि कक भद देवपालदेव ( देदू ) . * ” ध वि था भी घीरारसिंददेव ० ०० डर झ कि चीरसिंददेव के समय के शिलालेखादि .. *** «६१ भचुड, टूंगररसिंद शरीर कर्मेसिंद ””” न भर ६२ कान्दड्देव श्रौर प्रतापर्सिदद ( पाता रावल ).. *”' ००० ४ छठा अध्याय मददारावल गोपीनाथ से उदयर्सिद (प्रथम) तक गोपीनाथ ( गजपाल ) * ह न बर ६४ गुजरात के सुलतान श्ददमद्शाह की डूंगरपुर पर चढ़ाई ६४ मदाराणा कुंभा की चागढ़ पर चढ़ाई *** हनन पर गोपीनाथ के समय के शिलालेख बक था ६७ गॉयीनाथ फे यनवाये छुए स्थान रन ००० 9 गोपीनाथ को नत्यु भम्क न्न्न «०० ६७ सामदाम भ्क न डय कर ध्प दगरपुर पर मंद के सुलतान मदमूदशाद की चढ़ाई *** धघ मंद ' खुलतान गयासुद्दीन की चढ़ाई *** «०० ध्प चर नि अमर हि प्र चर शिलालेख संघ सामदास कर समय क लाखेर्ः ्डाऊं सन ८




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