श्री कल्कि - पुराण | Shri Kalki Puran

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
542
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

जन्म:-
20 सितंबर 1911, आँवल खेड़ा , आगरा, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (वर्तमान उत्तर प्रदेश, भारत)
मृत्यु :-
2 जून 1990 (आयु 78 वर्ष) , हरिद्वार, भारत
अन्य नाम :-
श्री राम मत, गुरुदेव, वेदमूर्ति, आचार्य, युग ऋषि, तपोनिष्ठ, गुरुजी
आचार्य श्रीराम शर्मा जी को अखिल विश्व गायत्री परिवार (AWGP) के संस्थापक और संरक्षक के रूप में जाना जाता है |
गृहनगर :- आंवल खेड़ा , आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत
पत्नी :- भगवती देवी शर्मा
श्रीराम शर्मा (20 सितंबर 1911– 2 जून 1990) एक समाज सुधारक, एक दार्शनिक, और "ऑल वर्ल्ड गायत्री परिवार" के संस्थापक थे, जिसका मुख्यालय शांतिकुंज, हरिद्वार, भारत में है। उन्हें गायत्री प
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पूरा सिक्केपेया
अपुद्रनिप्हादीनि चक्र होल: परम) २५॥
एन विश वृष प्रष्य जनी ।
फ्रकृथ्णाविति भरे प्रगशन हदपपम् ५ ३३॥
पके कही सम्जूत सम्भोग सृरद्धिएाप् ।
दृद्ो ऋम्नाह्िनपुर कीक़देए धरक्षयाति॥ शक
भश्नद्तो गृग संशय चेस्युप्रायेपू राजसु ।
जलता विणुयञो शम्ला कल्कि: ॥ २३७४
सह पार में बलवती के मई है आगशर दवरा माह
हे रुप मे भदवीएं हो! प्रोर चौकी जो रेषा-शकि वो होश हो
देसकर जद छपी गे को ढई शाहए बनाकर दुब्यराप्थित कर दिएा)
प्रक्हदी बार रेक्दाों हा का के उष्ेशय से गय्चाद
कद के शा प्रध्यार मे
अष्ठाजो ने शरद को इस पार सुगाया
बा
सत्र! भगत मादान हफ्शोरपाधो
जादात् से बह्षपस्पस्तपनीय दर्ण: $
इन्द्रोसपी सह: रेकतात्मा
वाजे बूुक्रातीः सवततोफा रत; |
User Reviews
No Reviews | Add Yours...