ब्रह्मवैवर्त पुराण | Brahm Vaivart Puran

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Brahm Vaivart Puran by श्रीराम शर्मा आचार्य - Shri Ram Sharma Acharya

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

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जन्म:-

20 सितंबर 1911, आँवल खेड़ा , आगरा, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (वर्तमान उत्तर प्रदेश, भारत)

मृत्यु :-

2 जून 1990 (आयु 78 वर्ष) , हरिद्वार, भारत

अन्य नाम :-

श्री राम मत, गुरुदेव, वेदमूर्ति, आचार्य, युग ऋषि, तपोनिष्ठ, गुरुजी

आचार्य श्रीराम शर्मा जी को अखिल विश्व गायत्री परिवार (AWGP) के संस्थापक और संरक्षक के रूप में जाना जाता है |

गृहनगर :- आंवल खेड़ा , आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत

पत्नी :- भगवती देवी शर्मा

श्रीराम शर्मा (20 सितंबर 1911– 2 जून 1990) एक समाज सुधारक, एक दार्शनिक, और "ऑल वर्ल्ड गायत्री परिवार" के संस्थापक थे, जिसका मुख्यालय शांतिकुंज, हरिद्वार, भारत में है। उन्हें गायत्री प

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( २४ ) $ गशापति खण्ड 5६ ४५. गरोेश-जन्म विषयक प्रश्न ४६. क्रीड़ाविरतेन शिवेन देव दर्शनम्‌ ४७, पावं॑तीम्प्रति हरिब्रतकरणाय शिवस्योपदेश! ४८. स्तव प्रीतेत क्ृष्णेत पार्वत्ये बर प्रदानंच ४६९. हरोतिरोहते पाव॑त्या ब्राह्मणान्वेषण मस्त ५०. गरोश दर्शनाथं शनइचरागमनमु ५१, शनिता बालक दशंनम्‌ ५२. विध्नेश विष्त कथतम्‌ ५४२. गजमुख योजन हेतु कथनम्‌ ५४, गशोशस्य एक दत्तत्वे विवरणम् ५५, ससंस्यस्य राज्ञों मुतितपोवने पुनर्गभतम्‌ ५६ परशुरामेण राजसमीपे दूतप्रेषणम्‌ ५७, गरोइवर समीपे रामस्य शिविशिवादशंत प्रार्थनम _ र्छ रद शे८५ ३९२ ३९६७ ४०४ ४१६ १२६ ४३२ ४४२ ४४६ ४६२ ४७७० डंप० ४८७ नह




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