पीतलकी मूर्ति | Pital Ki Murti
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
264
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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लगीं। और ! सभपगृष री पे उस टुकड़े टुकठे करने लगीं | इस तरद
जिस समय वह घयों पदों बार घूमो, उसो समय भ्रभागी ये रोनिसका
चान लोप हो गया, उउकी जान निकल गयी भोर 'उछकी भ्रामा
घदाके लिये इस झ्रसार ससारक्ो त्याग 'कर परलोीक छिधार गो 1
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किया | बरायर काटतो, दोरती और बेघतो हुईं घूमती ज]
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