श्री सुद्दष्टि तरंगिणी | Shree Suddshi Tarangini
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
48 MB
कुल पष्ठ :
622
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ह ओं नमः सिद्धेभ्यः ।
ओंकारं विन्दुसंयुक्त नित्य ध्यायन्ति योगिनः, |
| कामदं मीक्षद॑ मल ऑओंकाराय .नमी नमः ॥ ३॥
! अविरलशब्दघनोघप्रक्षालितसकलभूतलमलकंलंका |
५ मुनिभिरुपासिततीर्था सरस्वती हरतु नो दुर्तान् ॥ २ ॥
५ भज्ञानतिमिरांधानां ज्ञानांजजशलाकया। चक्लुरुन्मीलितं यैन तस्मे श्रीगुरवे नमः॥
| परमगुरवे नमः परम्पराचार्य्य श्रीसुरवे नमः |
|. सकलकलुषविध्वंसक ग्रेयसां परिवर्द्धकं धर्ममसंबन्धक भव्यजीवमनः प्रति-
बोधकारकमिद् शास्त्र “श्री सुदृष्टि तरंगियी” नामधैयं, णतन्मुलग्रन्थकर्त्तार
श्रोसवच्नदेवास्तदुत्तरग्रन्थकर्त्तार: श्रीगशधरदेवा: प्रतिगणशधरदेवास्तेषां वचोनुसार-
मासाद्य पंडित प्रवर श्री टेकचन्द॒जी विरचितम् ।
शी मंगल भगवान् वीरो मंगलं गौतमो गणी।मंगलं कुन्दकुन्दाद्यो जेनधर्मिस्तु मंगलम॥
॥ढ सव श्रोतार: सावधानतया शृण्वन्तु ॥
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