अनासक्ति योग | Anasakti Yog
श्रेणी : योग / Yoga
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.59 MB
कुल पष्ठ :
244
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about मोहनदास करमचंद गांधी - Mohandas Karamchand Gandhi ( Mahatma Gandhi )
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अनासक्षियोग 5 ४ र्जुनविषादयोग जिज्ञासा बिना ज्ञान नहीं होता । दुःख बिना सुख नहीं होता । धर्मसंकट--हृदयमथन सब जिज्ञासुओंको एक बार होता ही है । छूतराष्ट्र उदाच धर्मक्षेत्रे कुरक्षेत्रे समवेता. यूयुत्सव । मामका पाण्डवाइचेव किमकुर्वत संजय ॥ १ ॥ श्रतराष्ट्र बोढे-- हें संजय मुक्त बतलाओ कि धर्मक्षेत्ररूपी कुरु- क्षेत्रमें युद्ध करनेकी इच्छासे इकट्ठे हुए मेरे और पांडुके पुत्रोंने क्या किया ? १ टिप्पणी--यह शरी ररूपी क्षेत्र धर्मंक्षेत्र है क्योंकि यह मोक्षका द्वार हो सकता है । पापसे -इसकी उत्पन्ति है और पापक़ा यह भाजन बना रहता हे इसलिए यह कुरुक्षेत्र है ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...