मारवाड़ का इतिहास भाग 1 | Merber Ka Itihas Bhag 1
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
41.77 MB
कुल पष्ठ :
522
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about पण्डित विश्वेश्चरनाथ रेड - pandit vishveshcharnath Red
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( डा)
पत्रिकाओं में प्रकाशित किया जाने लगा था, इसी से इस पुरतक के संपादन में विकडप-
रूप से लिखे जान्वाले शब्दों में कहीं कहीं भिन्नता रह गई है |
इसके _्रलावा इस इतिद्ास में कहीं-फह्ीं पुरानी र्यातों में मिलने वाले श्रावणादि
( थ्ावण मा से प्राम्म होनवाले ) संब्रतों को चत्रादि ( चैत्र पुदि से प्राएम कोने
वाले ) संबतें में परिवतेन कर लिखना छूट गया था, इसी से शुद्धि पत्र ने० है में
यह संशोघन दे दिया गया है । परन्तु इसमें के राजाओं के चित्रों के नंघचे जो
राज्ययप दिर गए हैं वे चनन.दि संव्तों में ही हैं । व
इस इतिहास के लिखने में जिन-जिन मुद्रित और शमुदित ग्रन्थों से सहायता ली
गई है, उनके अवतरण और नाम आदि यथाश्थान टिप्पणी में देन का प्रयत्त किया
गया है |
यद्यपि वर्तमान मारवाइ-नरेश के राजत्वकाल का इतिहास इसके “प्रथम परिशिष्ट'
में दिया थैपा है, तथापि बड़ इस इतिहास का ही एक अ् है । इसके लावा उन
बातों का उल्लेख भी, जो माखाड़-राज्य के इतिहास से गौणरूप से सम्बन्ध रखती हैं,
वन्य परिशिष्टों में दे दिया गया है | हमारा विचार इस इतिहास के साथ ही मारबाद
का संध्तिप्त भौगोलिक बर्सान भी जोड़ देमे का था, परन्तु कई वार्णों से ऐसा
नहीं सका।
इसके प्रकाशन में जोघपुर गव्नमेंट-प्रेत के सुपरिन्टडेंट मिस्टर चनपुरी और श्पन्य
कमेचारियों ने जिस तत्परता से सद्दायता दी है, उसके लिये ने घन्यवाद के पात्र हैं ।
ज़ाध्यपुर न चिश्वेद्वरनाथ रेउ.
्राकियालींजिकल डिपार्टमेंट, है
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घाषाद खुदि १४ विं० सं० १९६१४.)
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